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पाक के आतंकी साहब

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आतंकवाद वाकई में मानव सभ्यता के लिए बिल्कुल अभिशाप बना हुआ है।यह ऐसा धीमा जहर है जिसके रहने से सृष्टि का नुकसान ही है फायदा नहीं है। आज के समय में अगर देखा जाय तो आतंक की खेती से देश को किसी भी प्रकार से कोई फायदा नही होने वाला, लेकिन इस बात को पाकिस्तान नहीं समझ रहा उसको आतंक की खेती बहुत अच्छी लगती है। यह ऐसा देश है जो आतंक की नर्सरी चलाता है और यही कारण भी है कि पाकिस्तान कभी नहीं चाहेगा कि उसकी यह नर्सरी किसी भी हालत में समाप्त हो क्योंकि अगर यह आतंक की नर्सरी ऐसे ही समाप्त हो गयी तो पाकिस्तान का कोई मतलब नहीं रहेगा, उसका वजूद ही खत्म हो जाएगा जिसके लिए विश्व में वह जाना जाता है,आतंक के पालनकर्ता पाकिस्तान को इन आतंकियों से काफी फायदा होता है। आज आतंक की दुनिया में अगर कोई नाम चर्चा में है तो वह है पाकिस्तान का हाफ़िज सईद। यह वही हाफ़िज सईद है जिसको हम 2008 के मुंबई हमले के लिए दोषी मानते है। इसके द्वारा प्रायोजित हमले में अमेरिकी नागरिकों के साथ ही न जाने कितने निर्दोष लोग मारे गए थे, जिसको सज़ा दिलाने के लिए भारत सरकार ने बहुत कोशिश की लेकिन सब मेहनत बेकार गयी क्योंकि पाकिस्तान के अदालत में न्याय शब्द नहीं है वहां केवल अन्याय का बोलबाला है। आज जहां पाक के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने इस अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी को साहब कह कर एक तरह से आतंकवाद को पूर्णरूपेण से समर्थन कर दिया और दुनिया को बता भी दिया कि जिसको तुम लोग आतंकवादी मानते हो वह हमारा खास मेहमान है और ये पाकिस्तान लोगों के लिए सबसे प्रिय है। पाकिस्तान में अगर देखा जाय तो वहां पर वही हीरो बन सकता है जो भारत विरोधी एजेंडा चलायें। इसीलिए पाकिस्तान में इस खूंखार आतंकवादी को यहां तक छूट दी गयी है कि ये बकायदा पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है जिससे कि वह प्रधानमंत्री बन सके। इन सब कारणों को देखते हुए हम आसानी से कह सकते है कि पाक आतंक प्रेमी है और आतंक करना उसके संविधान का एक हिस्सा है। पाकिस्तान को कोई कितना भी धमकी दे लेकिन पाकिस्तान ने जैसे कसम खा रखी है कि वह कभी भी सुधरेगा नहीं और आतंकवाद को निरन्तर बढ़ावा देता रहेगा और आतंकियों को साहब कह कर उनकी महिमा गाता रहेगा। *****************************************नीरज कुमार पाठक आईसीएआई नोएडा

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