- 259 Posts
- 3 Comments
एक तरफ जहां हम बुलेट ट्रेन का सपना देख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ रेलवे प्रशासन की लापरवाही के कारण उसकी कार्यप्रणाली, रेलवे संचालन से लेकर खानपान तक की गुणवत्ता गिरती जा रही है, जो सही नहीं है। बावजूद इसके रेलवे अधिकारी इन बातों पर बिल्कुल ही ध्यान नहीं दे रहे हैं और उसको बिल्कुल अनदेखा कर दे रहे हैं। देश में अगर सुरक्षित तरीके से रेलवे का परिचालन करना है, तो यह बहुत ही जरूरी है कि आवश्यक कदम उठाये जाएं और खामियों को खोजकर हर हाल में दूर किया जाय।
जिस तरीके से रेलवे का परिचालन किया जा रहा है, वह रेलवे के भविष्य के लिए सही नहीं है। रेलवे अपनी खामियों के कारण ही जनता के बीच में विश्वास पैदा करने में सफल नहीं हो पा रहा है और इससे लोगों में एक गलत संदेश जाता है। रेलवे में आये दिन हो रही ट्रेन दुर्घटना एक तरह से यात्रियों के अंदर भय पैदा करती है। यात्री इसी कारण से यात्रा करने में भी संकोच करते हैं और वे भयमुक्त सफर नहीं कर पाते।
रेलवे का लापरवाही से किया जा रहा परिचालन के अलावा रेलवे का खानपान भी घटिया स्तर का होता है, जिस पर रेलवे ध्यान नहीं दे पाता। खाने की घटिया गुणवत्ता से यात्रियों में काफी रोष रहता है, लेकिन रेलवे ने जैसे न सुधरने की कसम खा रखी है। रेलवे खानपान की कमियां बार-बार उजागर होने के बाद भी इसकी खाने की गुणवत्ता में सुधार न होना, रेलवे की बहुत बड़ी कमी है। इसको रेलवे को प्राथमिकता पर लेना चाहिए और रेलवे को रेल परिचालन तथा रेलवे खानपान दोनों पर ही ध्यान देने की जिम्मेदारी भी होनी चाहिए।
आज के समय में रेलवे का नेटवर्क इतना बड़ा है कि इसको अगर जिम्मेदारी पूर्वक नहीं किया गया, तो इसमें त्रुटि होना ही है। इसलिए रेलवे के हर कर्मचारी और अधिकारी की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी ड्यूटी के प्रति जबाबदेह रहे और कर्तव्यनिष्ठापूर्वक जिम्मेदारी का निर्वहन करें।
Read Comments