Menu
blogid : 23855 postid : 1354483

विद्यालय बन रहे बच्चों की कब्रगाह

Indian
Indian
  • 259 Posts
  • 3 Comments

आज के वातावरण में बच्चों को स्कूलों में पढ़ाना ही चुनौतीपूर्ण कार्य है और उससे बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य अब हो गया है बच्चों को सुरक्षित तरीके से बचाते हुए शिक्षा के अंतिम पड़ाव तक ले जाना। इसलिए हमारे लिए आज के समय में सबसे बड़ी चुनौती खड़ी है कि किस प्रकार से बच्चों को स्कूलों में सुरक्षित रखते हुए स्कूलों से शिक्षा पूरी किया जाय?


ryan school


आज हर माता-पिता इसी प्रश्न से परेशान रहते है कि मेरा बच्चा किस तरह से सकुशल घर पहुंच जाए? इन दिनों स्कूलों में जिस प्रकार की घटनाएं घटित हो रही हैं, उससे हर कोई अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान है। स्कूल के अंदर जो घटना घटित हो रही है, वह इतनी हृदयविदारक होती है कि उसकी कल्पना करना भी संभव नहीं होता।


आखिर किस मानसिकता से लोग घिरते जा रहे हैं कि छोटे-छोटे बच्चों को निशाना बनाने में नहीं चूकते। हाल ही में जिस तरह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्कूल के अंदर घटना को अंजाम दिया गया, यह हर स्कूली प्रशासन की कलई खोलने के लिए काफी है। आज प्राइवेट स्कूलों में फीस के नाम पर तो मोटी रकम अभिभावकों से वसूल ली जाती है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर एक 5000 रुपये में बुढ्ढे गार्ड को पुतला की तरह स्कूल के गेट पर खड़ा कर दिया जाता है, जो सभी आने-जाने वालों को बस देखता रहता है, बाकी कुछ भी नहीं।


स्कूल प्रबंधन बस अपनी जेब भरने में लगा रहता है, एक तरह से ये भी अभिभावकों की जेब पर दिन-दहाड़े डकैती डाल देते हैं। सबसे बड़ा दुख इसी बात का रहता है कि अभिभावक इतना पैसा खर्च करने के बाद भी अपने लाल को इन स्कूली काल से नहीं बचा पाते और उनके आंख का तारा उन्हीं की आखों से ओझल हो जाता है।


एक पुत्र की मृत्यु का प्रभाव एक पिता पर किस कदर होता है, ये तो वही पिता बता सकता है, बाकी स्कूल प्रबंधन पर कोई असर नहीं पड़ने वाल। क्योंकि प्रबंधक की पुलिस और प्रशासन से साठगांठ होती है, इसलिए ये कानून के हाथ से बच जाते हैं और हमारे कानून के लंबे हाथ उन दरिंदो तक नहीं पहुंच पाते। अब इसमें भी बहुत बड़ा कारण है, क्योंकि आज लोग पैसे के बल पर पूरी न्याय व्यवस्था को ही अपने कब्जे में ले लेते हैं और कानून के लंबे हाथ अपराधी के गले तक नहीं पहुंच पाते। अपराधी खुले आम घूमता फिरता रहता है।

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh