Menu
blogid : 23855 postid : 1236490

देशद्रोहियो की बढ़ती संख्या

Indian
Indian
  • 259 Posts
  • 3 Comments

अगर मेरा गली मे किसी परिवार से सम्बन्ध बढ़िया न हो और मेरा बेटा उसके घर पर जाकर खाना खाये या उसके यहां से आकर हमसे उसका गुणगान करे तो मुझको कितना अच्छा लगेगा,इस बात को मैं ही नही कोई भी ब्यक्ति अपने ऊपर लेकर इसका अंदाजा आसानी से लगा सकता है। यही बात अगर हम अपने देश को ध्यान मे रखकर कहे तो हमारे भी देश मे भी पाक प्रेमियो की संख्या मे तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। दिनों दिन पाक के प्रति कुछ लोगो झुकाव बढ़ता ही जा रहा है। इन लोगो को पाकिस्तान इस कदर बढ़िया लगने लगा है कि वे भूल जाते है कि हम भारत देश मे रहते है और हमारा धर्म भारतीयता है। लेकिन ये पाक के प्रेम मे इस कदर खो चुके है कि इनको अपना धर्म भी भूल जाता है। बड़ा आश्चर्य होता है कि जब लोग ये कहते है कि— “पाक अच्छा है,हमारे भारत सरकार मे कमी है जो पाक से बात नही करती।” कहने का मतलब ये है कि अपने ही सरकार को लोग इस तरह से दुश्मन के सामने पेश करते है, ये राजनेता क्या दिखाने की कोशिश करते है। जो विदेश की धरती पर जाकर अपनी सरकार और अपने ही देश की कमी बताए ,उससे हम क्या अपेक्षा कर सकते है। ये लोग भी क्या भारतीय कहलाने के लायक है। पाक के अंदर कितना भी खराबी हो उसका कोई भी राजनेता भारत के अंदर आकर पाकिस्तान की बुराई नही कर सकता,न तो अपने देश का और न ही अपने सरकार का। हमारे देश की बिपक्षी पार्टियां हर बात मे विपक्ष की ही भूमिका निभाते है। इनको ये नही दिखता है कि हमारे भारतीयता पर कितनी आंच आती है।
आज के समय मे लोगो को पता नही क्या होता जा रहा है जो पाकिस्तान मे रुचि लेने लगे है। ऐसे लोग या तो अपना नाम चमकाने के लिए करते है या फिर इनको भारत अच्छा नही लगता है। अब अगर अपना नाम चमकाने के खातिर ये भारत के विरुद्ध बोलते है तो उनको सोचना चाहिए कि हम अपने ही देश के विरुद्ध क्या बोल रहा हूं। अब अगर जिसको भारत अच्छा नही लगता तो वे स्वच्छन्द है पाकिस्तान जाने के लिए, वे जा सकते है।कोई भी संतान अगर थोड़ा भी उसके अंदर मानवता होगी तो वह अपने माता-पिता के बारे मे अपशब्द नही कहेगा। जिस मातृभूमि पर हम जन्म लिए,जहा पर हम बड़े हुए ,जिस जगह पर हम खाना खा कर बड़े हुए उसी मातृभूमि के अंदर हमको डर लगता है,उसी भूमि के हम टुकड़े करने के बारे मे सोचते है। अब हमारे देश मे इतनी अच्छाई नही रह गयी है कि अब पाकिस्तान इन देशद्रोहियों को प्यारा लगने लगा है। यह क्या देश का दुर्भाग्य नही है कि मुठ्ठी भर लोग देश के टुकड़े करने के बारे मे सोचते है। आम आदमी अगर देशद्रोही विचार रक्खे या देशद्रोही बात कहे तो उसकी बात तो कुछ और होगी, लेकिन अगर हमारे राजनेता देशद्रोही विचार रक्खेंगे तो भारत का क्या होगा। कभी एं राजनेताओं ने सोचा है।दुश्मन देश की बड़ाई किन परिस्थितियों मे करते है ये तो वही बता सकते है।मैं तो इन लोगो के लिए भगवान से यही प्रार्थना करूँगा कि भगवान इनको सद्बुद्धि दे जिससे की इन्हें भारत से प्रेम रहे न कि पाकिस्तान से।।।भारत माता की जय।।। *****************************************नीरज कुमार पाठक सेक्टर-1 नोएडा ******************************************

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh