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जिस प्रकार से देश मे ऋतुये कई प्रकार की होती है ,हमारी भारतीय संस्कृति अलग-अलग प्रकार की होती है ,भाषाएँ भी कई तरह की होती है उसी प्रकार से मनुष्य भी कई प्रकार के होते है। इस मामले मे हमारा मीडिया भी कम नही है इसमे भी समय के हिसाब से बँटवारा हो गया गया है। देश के अंदर अजीब सी विडम्बना है कि जो यह कहता है कि भारत तेरे टुकड़े होंगे,उसको कुछ भटकते समाज के लोग एवं कुछ मीडिया वर्ग के लोग हीरो के रूप मे पेश करते है ,लेकिन जो देश के असली हीरो है उनका न तो हमारे समाज के कुछ वर्ग के लोग और न तो उस मीडिया वर्ग के लोग उस हीरो को न तो देश मे दिखाना पसन्द करते है और न ही उसका साक्षात्कार लेने की जहमत उठाते है। हमारे देश की रक्षा मे न जाने कितने वीर सैनिक शहीद होते जा रहे है ,कितने घायल हो जाते है परंतु टीवी चैनलों के अंदर जगह नही बना पाते। लेकिन वह ब्यक्ति जो देश के अन्दर रहकर देश के खिलाफ बोल रहा हो उसकी इतनी समाज के अन्दर इज्जत दी जाती है कि मानो वही देश का असली हीरो है। कश्मीर मे अलगावबादी नेताओं के समर्थन मे देश का एक तबका बड़े जल्दी से खड़ा हो जाता है। जबकि ये अलगावबादी हमारे देश मे रहते है,देश का खाते है,और फिर देश के रक्षक के ऊपर पत्थर बाजी करते है,गाली देते है लेकिन यह हमारे देश का दुर्भाग्य है कि हमारे सैनिको के पक्ष मे खड़ा होने मे लोग घबड़ाते है।ये वही सैनिक है जो हमारे लिये भगवान की तरह सुरक्षा मे खड़े रहते है,अब चाहे वह बाढ़ की प्रलय हो या फिर भूकम्प की भयावहता,तूफान का तेज हो या फिर कोई आतंकवादी का आंतकी हमला,इन सब मामलो मे हमारी भारतीय सेना उच्च मनोबल के साथ जनता का साथ देती है,और उनके साथ डटी रहती है। यही सेना अगर किसी आतंकबादी को मार गिराता है तो वही की जनता सेना के खिलाफ हो जाती है। ये खिलाफत क्या सेना का मनोबल तोड़ने के लिये काफी नही है,जब कि वही भारतीय सेना जान हथेली पर लेकर सबके सुरक्षा के लिए तत्पर रहता है।
पाकिस्तान मे आतंकबादियो का गुरु हाफिज सईद भारत के खिलाफ हमेशा ज़हर उगलता रहता है। यहाँ तक कि हमारे देश के प्रधानमन्त्री के बारे मे भी अपशब्द बोलता रहता है फिर भी अफजल प्रेमी गैंग वाले एक बार भी नही कहते कि हाफिज सईद गलत बोल रहा है।यहां पर लोग बड़े प्रेम से सुनते रहते है। कुछ लोगो को ये लगता है कि मोदी को कह रहा है,लेकिन यहां मोदी से मतलब नही है। यहां मतलब है तो देश के प्रधानमंत्री से,जो अगर हमारे प्रधानमंत्री को कह दिया वो समझो पूरे भारत को कह रहा है। लेकिन उस हाफिज सईद को उस वर्ग के आदमी ने बुरा नही कहा और न तो मीडिया ही कुछ कहती है। आजतक मैं नही देखा कि किसी सेना के अधिकारी का इंटरब्यू नही होता।
देशविरोधी लोगो के पास इतनी शर्म तो होनी चाहिये कि जो इंसान हमारी सुरक्षा के लिए तैयार रहता है उसी के ऊपर हम पत्थर बरसाते है,आज के समय मे इंसानियत को भी लोगो ने बेचना शुरू कर दिया है।इस देश मे मानवता का पाठ पढने वाले लोगो की भी कमी हो गयी है।। —————————————————————————————-नीरज कुमार पाठक नोएडा ———————————————————————-
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