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जिस देश को महापुरुषो की जन्मभूमि कहा जाता है ,जहां पर राम ,कृष्ण,बुद्ध आदि न जाने कितनी हस्तियो का इस धरती पर पदार्पण हुआ।उन भारतीय की बात कर रहा हू जो अपने बूते पर विदेशो मे भारत का डंका बजवा चुके है।लेकिन कुछ विदेशी लोगो की गन्दी सोच इतनी घटिया स्तर की है कि वे इस देश को बदनाम करने मे लगे है। उनकी मानसिकता ही भारत के खिलाफ है,उनको हमारी अच्छाई बिल्कुल अच्छी नही लगती। इन देशो मे हमारे पड़ोसी तो है ही दूर के लोग भी कम नही है।वे भी रह-रह कर जहर उगलते रहते है।एक पड़ोसी पाक है,बस इसका नाम ही पाक है ,इसका इरादा हमेशा नापाक रहता है। ये हमेशा कुछ न कुछ साजिश बनाता रहता है। अब चाहे आतंकवादियो की वात हो या अलगाववादियों की,दोनो से इसकी दोस्ती अच्छी है।पाक का दोस्ताना पूर्ण रवैया कभी नही रहा। दूसरा पड़ोसी है चीन।इसकी भी निगाहे भारत के प्रति कभी भी दोस्तीपूर्ण नही रही। ये भी साँप की तरह है जो मौके की तलाश मे रहता है,मौका मिलते ही वार शुरू कर देता है।अब चीन की सोच को देखे, अभी हाल ही मे भारत की तुलना एक सुन्दर औरत से किया। सुन्दर औरत होना कोई खराब बात नही है,लेकिन चीन ने जो उस सुन्दर औरत के बाद कहा वो अपमान जनक है ।ये इन सब देशो की गंदी मानसिकता का प्रतीक है।अब बात करे अमेरिका की जो इस समय भारत का अभिन्न मित्र बना है,उसके रिपब्लिकन नेता ट्रंप ने भारतीय काल सेंटरों का मजाक उड़ाया ,वो भी जो लोग हमारे यहाँ अँग्रेजी बोलते है। भारतीय इंग्लिश को बोलने का जो लहजा है उसका मजाक उड़ाया ।भारतीयो का मजाक उड़ाने की बात यही खत्म नही होती,इसमे एक और नाम है रिपब्लिकन के मेंन प्रांत के गवर्नर लीपेज। लीपेज ने कहा कि भारतीयो की बात समझना मुश्किल ।तो ऐसे है हमारे शुभचिंतक जो हमारे और देश के लिए ऐसा सोचते है।ये लोग उस धरती का मजाक उड़ा रहे है जिस धरती पर स्वामी विवेकानन्द जैसे महापुरुष पैदा हुये। एक समय यही अमेरिका स्वामी जी का भी मजाक उड़ाया था लेकिन जब स्वामी जी ने बोलना शुरू किया था तो दुनिया दंग रह गयी थी।आज लोग हमारे भारत का मजाक उड़ा रहे है ,और ये पता नही है कि यही भारतीय, अमेरिका की नीव बने है।अमेरिका के अर्थव्यवस्था मे भागीदार बने है।। ——————————————————————————————नीरज कुमार पाठक———————दि इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया सी-1 सेक्टर-1 नोएडा 201301
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